शिवाजी महाराज के संबंध में उत्साहित करने वाली एक ओर बात यह हैं कि जिन महान् विश्वविख्यात विभूतियों के नाम के आगे 'द ग्रेट' लिखकर उन्हें सम्मानित किया जाता है, उनमें छत्रपति शिवाजी महाराज का भी नाम है।
संसार के 100 महानतम व्यक्तियों की एक और सुप्रसिद्ध नामावली है, जिसमें व्यक्तियों का वर्गीकरण इस प्रकार किया गया है—
चित्रकार : माइकेल एंजेलो
आविष्कारक : लियोनार्दो द विंची
दार्शनिक : प्लेटो
धर्म-संस्थापक : गौतम बुद्ध
राजयोद्धा : एलेक्जेंडर
इनमें से प्रथम चार श्रेणियों की हस्तियों के बारे में हम विचार नहीं करेंगे। हम केवल राजाओं, योद्धाओं एवं विश्व विजेताओं के बारे में विचार करेंगे।
संसार के महानतम् (द ग्रेटेस्ट) दस योद्धाओं की नामावलियाँ कई हैं। उनमें से सबसे जानी-मानी नामावली में जो दस महानतम् योद्धा शामिल हैं, उनके नाम इस प्रकार हैं—
1. एलेक्जेंडर द ग्रेट,
2. जूलियस सीजर
3 हॉनीबॉल,
4. रिचर्ड ( प्रथम / द लॉयन हार्ट)
5. लियोनिडास (प्रथम)
6. स्पार्टेकस
7. सैलेडिन
8. मियामोटो मुसैशी
9. लेफ्टेनेंट ऑडी मरफी एवं
10. सून त्जू।
इनमें से प्रथम चार योद्धाओं की तुलना हम शिवाजी महाराज से करेंगे। बाद के तीन योद्धाओं के जीवन काल की संक्षिप्त जानकारी प्राप्त करेंगे।
हमारी चर्चा के केंद्र में होंगी ये तीन उपाधियाँ—
1. महान् (ग्रेट)।
2. योद्धा।
3. सम्राट् ( एंपरर )।
छत्रपति शिवाजी महाराज के जीवन की विविध घटनाओं की तुलना हम संसार में घटित अन्य महान् घटनाओं के साथ करेंगे एवं गुणवत्ता की कसौटी पर कसेंगे कि श्री शिवाजी महाराज अन्य महान् राजयोद्धाओं के साथ स्थान पा सकते हैं या नहीं। इसके बाद हम 'महामानव' (ग्रेट मैन) एवं 'महानता का सिद्धांत' (ग्रेटनेस थिअरी) के बारे में चर्चा करेंगे।
तदुपरांत हम आठ विदेशी एवं दो स्वदेशी राजयोद्धाओं के साथ छत्रपति शिवाजी महाराज की तुलना करेंगे। ये दो स्वदेशी राजयोद्धा हैं– अकबर और औरंगजेब।
औरंगजेब (1658-1707) के साथ श्री शिवाजी महाराज (1627-1680) की तुलना अत्यंत उपयुक्त होगी, क्योंकि ये दोनों राजपुरुष समकालीन थे।
अकबर (1542-1606) और छत्रपति शिवाजी महाराज (1627-1680) के शासन काल में भले ही लगभग 100 वर्ष का अंतर है, किंतु भारत-भूमि के जिन हिस्सों पर इनका शासन था, वे लगभग एक जैसे थे। इस कारण इनकी आपसी तुलना न केवल आवश्यक, बल्कि उपयुक्त भी है।
आठ विदेशी राजयोद्धा इस प्रकार हैं—
1. एलेक्जेंडर (ई.पू. 356-323)
2. जूलियस सीजर (ई.पू. 100-047 )
3. हॉनीबॉल (ई.पू. 247-183)
4. अटीला (ई.पू. 406-453)
5. रिचर्ड प्रथम / द लॉयन हार्ट (ई.पू.1157-1199)
6. विलियम वालेस (ई.पू. 1270-1305)
7. एडॉल्फस गस्टाबस (ई.पू. 1594-1632)
8. चंगेज खान (ई.पू. 1163-1227)
17 वीं शताब्दी में भारत में यात्री बनकर आने वाले अंग्रेज, पुर्तगीज, डच एवं फ्रेंच यात्रियों ने छत्रपति शिवाजी महाराज की तुलना अनेक योद्धाओं से की है, साथ ही उपरोक्त आठ योद्धाओं का उल्लेख स्व-लिखित ग्रंथों में किया है।
जिनसे समग्र संसार में हलचल मच जाए, ऐसी अनेक घटनाओं का प्रत्यक्ष अनुभव शिवाजी महाराज अपने एक ही जीवन में ले चुके थे। उनके जीवन में दुर्बलता के लिए कोई स्थान नहीं था। अपने राज्य को शक्तिशाली बनाने एवं प्रजा को सामाजिक बुराइयों से दूर रखने के उद्देश्यों को उन्होंने कैसे प्राप्त किया, इसकी चर्चा हम आगे करेंगे।
उपर्युक्त तुलनाओं के लिए जिन कसौटियों का उपयोग हम करने जा रहे हैं, वे इस प्रकार हैं—
1. शिवाजी महाराज का बचपन।
2. शिवाजी महाराज और डेविड व गोलिएथ।
3. शिवाजी महाराज और थर्मोपीली।
4. शिवाजी महाराज और छापामार युद्ध (गनिमी कावा)।
5. शिवाजी महाराज और संसार में लोगों की अत्यंत निर्मम हत्याएँ।
6. शिवाजी महाराज और ट्रॉय।